
क्या आप इरेक्शन की समस्या से पीड़ित हैं? लोग इसे नपुंसकता के नाम से भी जानते है। वास्तव में यह नपुंसकता या नामर्दी पुरुषो के स्वाभिमान को चोट वाले शब्द है, जिसका कि रोगी के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करता है। चलिए हम इसे स्तंभन दोष के नाम से जानते है और सेक्सोलोजी मेडिकल साइंस में यही शब्द उपयुक्त है। वास्तव में, यह पुरुषो में होने वाला गुप्त व यौन समस्या है जो प्रायः चालीस के बाद सामान्य माना गया है क्योकि टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन का स्तर इस उम्र के बाद से प्रतिवर्ष १% की दर से घटने लगती है। आज के समय में, हर दस में से एक व्यक्ति इस स्तंभन दोष से पीड़ित है। फिलहाल, आपको ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योकि आयुर्वेद में इस रोग का संपूर्ण समाधान मौजूद है।
विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य व भारत के सबसे सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट, डॉ. सुनील दुबे के अनुसार, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, जिसे नपुंसकता के रूप में भी जाना जाता है, गुप्त व यौन रोग का सबसे आम समस्या व प्रकार है। इस स्थिति में, गुप्त रोगी को सफल यौन गतिविधियों के लिए अपने निजी अंग (पनीले) के इरेक्शन को प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस कारण से उनका यौन क्रिया निष्फल हो जाता है और वे अपने यौन स्वास्थ्य से निराश रहने लगते है। अधिकांश लोग अपनी इरेक्शन समस्या के बारे में किसी को बताने में शर्म महसूस करते हैं। जिस कारन से उन्हें चिकित्सा व उपचार में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पुरुषों में इरेक्शन की समस्याओं (स्तंभन दोष) के बारे में:
डॉ. सुनील दुबे जो कि पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है, कहते हैं कि आम तौर पर, वास्तविक उम्र 40 के बाद पुरुषो में यह समस्या होती है जब हॉर्मोन का स्तर कमने लगता है व असंतुलित हो जाता है। 40 वर्ष के उम्र से पहले, इस गुप्त व यौन समस्या का होना, वास्तव में चिंता का विषय है। पुरे दुनिया में 40 वर्ष की उम्र से पहले 2-3% पुरुष लोग इसके रिपोर्ट करते हैं कि वे अपने यौन जीवन में इरेक्शन की समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इरेक्शन की समस्या के लक्षण अलग-अलग उम्र के लोगों को निम्नलिखित रूप से प्रभावित करते हैं।
- 2-3% पुरुष 40 की उम्र से पहले इस ईडी की समस्या का रिपोर्ट करते हैं।
- 4% पुरुष 40 से 49 साल की उम्र में इस ईडी की समस्या की रिपोर्ट करते हैं।
- 4 में से 1 पुरुष 50 से 59 साल की उम्र में इस ईडी की समस्या की रिपोर्ट करता है।
- 5 में से 2 पुरुष 60 से 69 साल की उम्र में इस ईडी की समस्या की रिपोर्ट करते हैं।
ऊपर वर्णित रिपोर्ट सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान और यौन स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों पर आधारित है। आमतौर पर, डॉ. सुनील दुबे दुबे क्लिनिक में हर दिन औसतन तीस से चालीस गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते है जिसमे करीबन 7 से 8 मरीज इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित होते हैं। उन्होंने पुरुषों में होने वाले इस गुप्त रोग पर शोध भी किया है और अपने शोध के बाद, उन्होंने पाया कि यह मूल रूप से शारीरिक गुप्त समस्या है जिसमे ऐसे कई कारक हैं जो किसी पुरुष को इस इरेक्शन की समस्या की ओर ले जाते हैं।
ये कारक निम्नलिखित हैं:-
- रोग (मधुमेह, रक्तचाप और रीढ़ की हड्डी में चोट)
- मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मुद्दे (युगल संबंधों में संघर्ष)
- धूम्रपान, शराब पीने और अन्य बुरी आदतों की आदत
- यौन गतिविधियों के बारे में तनाव, अवसाद और अपराधबोध
- असंतुलित आहार, शारीरिक गतिविधियों में निष्क्रियता, इत्यादि
- पुरानी बीमारी के लिए कुछ निश्चित दवाओं का उपयोग
- अवसादरोधी और नींद की गोलियाँ का लगातार इस्तेमाल
- अधिक वजन और आलस्य व्यवहार हमेशा बने रहना
ऊपर बताए गए सभी कारक हमेशा एक आदमी को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह सच है कि किसी भी व्यक्ति के लिए यह स्थिति उसे उसके यौन जीवन के लिए दुखदायी क्षणों में से एक है।
पुरे भारत से गुप्त व यौन रोगी दुबे क्लिनिक से सम्पर्क करते है, जबकि बिहार राज्य के अधिकांश लोग दुबे क्लिनिक में इलाज करवाने के लिए हमेशा आते है। डॉ. सुनील दुबे बिहार में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, इस राज्य से बड़ी संख्या में गुप्त व यौन रोगी अपने यौन, वैवाहिक और पारिवारिक जीवन की बेहतरी के लिए हमेशा उनसे सलाह व उपचार लेते हैं। वह हमेशा उन्हें उनकी समस्या का सही कारण को ढूंढने में मदद करते हैं और उन्हें पारंपरिक व आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार प्रदान करते है। वह लोगो को आयुर्वेद पर भरोसा करने का सलाह भी देते हैं जो सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोग के लिए अचूक प्राकृतिक चिकित्सा-उपचार है।
भारत का यह सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट विवाहित, अविवाहित और युवा गुप्त व यौन रोगियों के लिए एक उच्च श्रेणी के क्लीनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं। वे प्रत्येक रोगी को धैर्यपूर्वक इलाज करते हैं और पर्याप्त समय देते हैं जिससे रोगी संकोच नहीं करते। वे लंबे समय से गुप्त व यौन रोगियों का इलाज कर रहे हैं, इसलिए उनका अनुभव हमेशा रोगियों के मन को शांति व संतुष्टि प्रदान करता है और उन्हें सटीक इलाज प्रदान करता है।
स्तंभन दोष से तुरंत कैसे उबरें:
डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि आयुर्वेद मेडिकेयर हमेशा सभी प्रकार के गुप्त व यौन समस्याओं के लिए रामबाण इलाज रहा है। अगर कोई इरेक्टाइल डिसफंक्शन से तुरंत ठीक होना चाहता है, तो उसे कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज करनी चाहिए और रिलैक्सेशन तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। उपचार के दौरान, ये व्यायाम और तकनीक हमेशा रोगियों को समस्याओं से तुरंत लाभ दिलाने में मदद करती हैं।
अगर आप इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मरीज हैं और आपका इरेक्शन कमजोर है, तो आपको दुबे क्लिनिक से सलाह लेनी चाहिए? अपॉइंटमेंट फोन पर उपलब्ध है, जरूरतमंद लोग फ़ोन कर क्लिनिक आ सकते है। अगर आप अपने यौन स्वास्थ्य को समृद्ध करना चाहते हैं, तो अपना समय बर्बाद न करें।
शुभकामनाओं के साथ:
दुबे क्लिनिक, भारत का प्रमाणित क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर
हेल्पलाइन व व्हाट्सएप नंबर: +91-98350-92586