Nocturnal Emission: Best Sexolgoist near me | Helpline No: +91 98350 92586

नमस्ते प्रिय पाठकों! आज का विषय युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। दरअसल, आज का टॉपिक ज्यादातर युवाओ में होने वाले गुप्त समस्या स्वप्नदोष से सम्बंधित है। स्वप्नदोष एक सामान्य गुप्त व यौन समस्या है जो अधिकांश पुरुषो के यौन जीवन में अल्पकालिक या दीर्घकालिक समयावधि के लिए जरूर होता है। विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ सुनील दुबे कहते है आज के समय में भारत में 70 फीसदी से ज्यादातर युवा पुरुष इस गुप्त समस्या की रिपोर्ट करते है। स्वप्नदोष जिसे रात्रिकालीन स्राव या वेट ड्रीम के नाम से भी जाना है, यह एक प्रकार का स्खलन विकार है जो सोते समय रैपिड आई मूवमेंट नींद के दौरान होता है। यह रात्रिकालीन स्राव युवाओं में या तो सुबह जल्दी या देर रात को ओर्गास्म ड्रीम के दौरान होता है।

स्वप्नदोष क्या है?

जैसा कि इस गुप्त विकार के नाम से ही पता चलता है, जो रात्रि स्राव से संबंधित है। यह एक प्रकार का सामान्य गुप्त व यौन विकार है जो ज्यादातर युवाओं के जीवन में देखी जाती है। इस स्थिति में, युवा पुरुष को नींद के दौरान सहज संभोग सुख की प्राप्ति होता है जिसमें पुरुष के लिए स्खलन, या महिला के लिए संभोग के समय योनि स्राव शामिल है। इस रात्रि स्राव में, पुरुष या महिला को किसी भी तरह की यौन गतिविधि करने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि, यह रात के समय यौन सपनों के दौरान अपने आप हो जाता है। इसीलिए इसे वेट ड्रीम, निशाचर उत्सर्जन, नाइट डिस्चार्ज और स्लीप ऑर्गेज्म के नाम से भी जाना जाता है।

युवाओं में होने वाले स्वप्नदोष होने के कारण:

डॉ सुनील दुबे जो कि पटना के सर्वश्रेठ व अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट है, का कहना है कि आमतौर पर इस स्वप्नदोष के कई कारण होते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में रहता है तो उसे यह गुप्त व यौन समस्या हो सकती है। कमज़ोर शारीरिक स्थिति और अत्यधिक वजन भी इसका एक कारण हो सकता है। जो लोग अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं और धूम्रपान करते हैं, उन्हें भी यह समस्या होने की संभावना होती है। शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने वाले व्यक्ति में भी यह समस्या बहुत हद तक देखी जाती है। स्वप्नदोष के कारणों के बारे में हमारे आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे कहते हैं – दरअसल, युवावस्था में स्वप्नदोष या नाइट डिस्चार्ज होने के कई कारण होते हैं।

  • मनोवैज्ञानिक कारण (तनाव व चिंता )
  • यौन लत (अत्यधिक हस्तमैथुन व अन्य यौन विचार)
  • हार्मोनल बदलाव (टेस्टस्टेरॉन में उतार-चढ़ाव)
  • यौन निष्क्रियता (यौन क्रिया में संयम एक लम्बे समय तक)
  • न्यूरोपैथी क्षति (चोट व आघात के कारण)
  • अनजाने में यौन क्रिया के प्रति उत्तेजना का होना।
  • वीर्य का रिसाव का होना।
  • मूत्राशय का भरा होना।
  • प्रोस्टेट ग्रंथि का जमा होना।
  • अधूरा हस्तमैथुन का किया जाना।

बहुत सारे लोगो ने यह जानना चाहा कि यह डिस्चार्ज सिर्फ़ सोते समय ही क्यों होता है?

डॉ. सुनील दुबे बताते है कि कामुक सपने और स्पष्ट यौन सामग्री रात के दौरान अनैच्छिक स्खलन का कारण बनती है। पुरुषों में यह समस्या यौन हस्तक्षेप के कारण शरीर से वीर्य के अत्यधिक संचय को बाहर निकाल कर करती है। यह मानव का मनोविज्ञान है कि अवचेतन मन में ध्यान केंद्रित करने के लिए रात सबसे अच्छा समय होता है जो इस विशिष्ट समय के दौरान आसानी से प्रतिबिंबित होता है।

स्वप्नदोष अच्छा है या बुरा?

डॉ सुनील दुबे जो कि बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर कहते है कि स्वप्नदोष पुरुषो या महिलाओं के यौन जीवन में बिल्कुल बुरा नहीं है। अगर किसी व्यक्ति को महीने में एक या दो बार इस स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो यह एक सामान्य घटना है और उसे कभी भी इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हाँ, यह बुरा बन जाता है जब किसी व्यक्ति को सप्ताह में कई बार इस स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं जो रात के स्राव से पीड़ित व्यक्ति को जल्दी थकाता है और दैनिक जीवन में सुस्त होने का अहसास करवाता है। स्वप्नदोष की घटना व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक रूप से भी प्रभावित करती है जो उसके आत्म-सम्मान, सामाजिक दृष्टिकोण, व शारीरिक स्वास्थ्य को ठेस पहुंचाती है। कुछ मामलों में, यह देखा गया है कि प्रसवकालीन मांसपेशियों या तंत्रिका कमजोरी जैसी शारीरिक समस्याएं बार-बार रात्रिकालीन स्राव का कारण हो सकती हैं।

युवावस्था में गीले सपने किस उम्र में शुरू होते हैं?

लड़कों में यौवन अचानक शुरू नहीं होता है, जैसे लड़कियों में मासिक धर्म शुरू हो जाता है। यह आमतौर पर 13 से 17 साल की उम्र के बीच किशोरावस्था में शुरू होता है। किशोरावस्था की औसत आयु लगभग चौदह वर्ष होती है और इसी उम्र में स्वप्नदोष या गीले सपने होने की शुरुवात हो सकता है। यौवन अवस्था में व्यक्ति विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होना शुरू कर देता है। डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि रात में डिस्चार्ज होने से करीब 150-200 कैलोरी का नुकसान होता है। संभव है कि इस समस्या के कारण पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां भी कमजोर हो जाएं और वीर्य लगातार पतला होता जाए।

यदि किसी को रात्रि स्राव (स्वप्नदोष) यौन विकार का सामना करना पड़े तो क्या करें:

दरअसल, आयुर्वेदिक चिकित्सा और अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट गुप्त व यौन मरीजों को उनकी समस्याओं से उबरने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक उपचारों पर आधारित होता है, जिसके कारण मरीज के शरीर पर किसी भी तरह के साइड इफेक्ट होने की संभावना नहीं होती। वह अपनी गुप्त व यौन समस्या को प्राकृतिक रूप से ठीक कर लेता है। एकअनुभवी व विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर मरीजों की काउंसलिंग करता है और उनके सभी शारीरिक और मानसिक दोषों को भी दूर करता है जो उसके यौन जीवन में समस्या का कारण था।

आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस दुबे क्लिनिक के बारे में:

दुबे क्लिनिक बिहार का पहला और भारत का सबसे विश्वसनीय आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस क्लिनिक है। यह क्लिनिक पटना के दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा में स्थित है। यह क्लिनिक अपने चिकित्सा व उपचार के सभी गुणवत्ता उद्देश्यों के लिए प्रमाणित और अनुमोदित है। आयुर्वेदिक दवाओं के लिए स्व-निर्माण इकाई हमेशा गुणवत्ता, शुद्धता और प्राकृतिक दवा सुनिश्चित करती है।

डॉ. सुनील दुबे विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं जो इस क्लिनिक में प्रतिदिन अभ्यास करते हैं। भारत के भिन्न-भिन्न शहरों से गुप्त व यौन रोगी अपने-अपने चिकित्सा व उपचार हेतु इस क्लिनिक से फ़ोन पर संपर्क करते हैं। वे प्रतिदिन करीबन तीस से चालीस गुप्त व यौन रोगियों का इलाज इस क्लिनिक में करते हैं। वर्तमान समय में, डॉ. सुनील दुबे भारत में अत्यधिक मांग वाले सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं जहाँ सभी उम्र के गुप्त व यौन रोगी एक बार उनसे अपना यौन परामर्श व उपचार प्राप्त करना चाहते हैं।

शुभकामनाओं के साथ:

दुबे क्लिनिक

भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच. (लंदन) | आयुर्वेद में पीएच.डी. (यूएसए)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना – 04

We will be happy to hear your thoughts

Leave a reply

ezine articles
Logo