Put ED aside: Best Sexologist in Patna, Bihar @dubeyclinic | Dr. Sunil Dubey

ओह माय गॉड अब कौन-सी दवा ले। एलॉपथी का तो साइड-इफ़ेक्ट देख लिया, होमियोपैथ का तो कुछ काम ही नहीं किया। आयुर्वेदिक दवा का असर तो हुआ लेकिन यह स्तंभन दोष और शीघ्रपतन है कि ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। अपने गुप्त रोग के इलाज पर बहुत सारे पैसे व समय देने के बाद, रोगी ने बताया विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे से अपने मन की बात।

चलिए आज का यह विषय यही से शुरू करते है, जिसमे बहुत सारे गुप्त व यौन रोगियों को अपने सही इलाज व दवा नहीं मिल पाने के कारण अपने परेशानियों से बार-बार जूझना पड़ता है।आखिर क्या है यह स्तंभन दोष और इससे पीड़ित मरीज हमेशा शीघ्रपतन की भी शिकायत करते रहते है।

स्तंभन दोष और शीघ्रपतन के बारे में:-

भारत के उच्च-कोटि के सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे दुबे कहते है स्तंभन दोष यह पुरुषों में होने वाली सामान्य गुप्त समस्या है जो अमूमन 40 वर्ष के बाद टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन के स्तर में कमी के कारण प्रारंभ होता है। मूलरूप से, आज के समय में यह समस्या सभी उम्रो के पुरुष में पाया जाता है। आज दस पुरुषो में एक इस स्तंभन दोष से पीड़ित है जिनकी उम्र चालीस से कम है।

स्तंभन दोष:- “इस स्थिति में पुरुष अपने गुप्तांगो को सही से खड़ा नहीं कर पाता है और उसे अपने पेनिले को सही से इरेक्ट कर पाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। फलस्वरूप, वह अपने यौन क्रिया में भाग नहीं ले पाता और चिरचिरा हो जाता है।“

शीघ्रपतन एक मानसिक यौन समस्या है जिससे तकरीबन सभी यौन रोगियों में आधे गुप्त रोगी इसी विकार से पीड़ित है। पुरे दुनिआ में अगर शीघ्रपतन के गुप्त रोगियों की बात करे तो 40 से 45 प्रतिशत लोग इस समस्या से पीड़ित है। जिस व्यक्ति को स्तंभन दोष होता है वह इस यौन विकार से स्वतः पीड़ित हो जाता है।

शीघ्रपतन:– “इस स्थिति में, पुरुषो का अपने स्खलन पर नियंत्रण नहीं होता, व संभोग के शुरुवाती चरण में ही स्खलित हो जाते है। फलस्वरूप, उनका पार्टनर संभोग की इस स्थिति में असंतुष्ट रह जाती है।”

इरेक्टाइल डिसफंक्शन क्या है और यह पुरुषों के जीवन में क्यों होता है?

भारत के सबसे सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे का कहना है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन पुरुषों में होने वाली एक आम यौन समस्या है। स्तंभन दोष के मामले में, पुरुष रोगी को पूर्ण संभोग के लिए पर्याप्त स्तंभन प्राप्त करने या बनाए रखने में परेशानी होती है। यह स्थिति उसे नपुंसकता की ओर ले जाती है और उसका यौन जीवन असहाय हो जाता है। इस गुप्त रोग के होने का मुख्य कारण है पेनिले में सही-से रक्त का प्रवाह न होना एवं उसकी नसों का कमजोर होना।

आज के समय में भारत के सीनियर व पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का कहना है कि इस प्रकार के गुप्त रोगी अपने यौन रोग से छुटकारा पाने के लिए क्या करें और कैसे करें, यही सोच आपको हमेशा परेशान रहता है। इस रोग के शुरवाती चरण में तो वह  नीम-हकीम व मेडिकल शॉप की दवाओं से खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करता है परन्तु जब पानी सर से ऊपर आ जाती है तब उसे अहसास होता है कि उसने गलती की। ऐसा नहीं है कि इस समस्या को जड़ से ख़त्म नहीं किया जा सकता लेकिन सही सेक्सोलॉजिस्ट व दवा का चयन न कर पाना, रोगी के लिए परेशानी का सबब बनता है। कहा भी गया है कि अब क्या करे, जब चिड़ियाँ चुग गई खेत।

पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:-

1. शारीरिक कमियां: सबसे अहम कारक में से पहले नंबर पर पेनिस में सही-से रक्त का प्रवाह न होना एवं उसकी नसों का कमजोर होना। स्तंभन दोष का प्रमुख कारण है।

2. चिकित्सीय स्थितियाँ:

चिकित्सीय स्थिति के रूप में पुरुषों में स्तंभन दोष होना एक प्रमुख कारणों में से एक है। आम तौर पर, जो रोगी मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याओं, पेनिले की सर्जिकल समस्याओं और प्रोस्टेट ग्रंथि पर चोट से पीड़ित होते हैं, वे हमेशा इस स्तंभन दोष से प्रभावित होते हैं।

इन चिकित्सीय स्थिति का सामना होने पर, रोगी को इस यौन समस्या से बचने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए क्योकि यही वो कारण है जिसे नजरअंदाज किया गया तो स्तम्भन दोष का होना तय है।

3. कुछ एलोपैथिक दवाओं का उपयोग:

आजकल ज्यादातर लोग अपनी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल धरल्ले से करते हैं जैसे ब्लड प्रेशर की दवा, प्रोस्टेट कैंसर की दवा, एंटीडिप्रेसेंट, अल्सर की दवा और भूख कम करने वाली दवा। इन एलोपैथिक दवाओं के अधिक सेवन से इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने का खतरा हमेशा बना रहता है।

इन औषधियों का उपयोग करते समय रोगी को हमेशा अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन अत्यधिक उपयोग से हमेशा बचना चाहिए।

4. मनोवैज्ञानिक मुद्दे:

डॉ. सुनील दुबे, जो कि बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में नंबर वन रैंक पर बिराजमान हैं, का कहना है कि इस इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए मनोवैज्ञानिक मुद्दों को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता हैं। जो व्यक्ति खराब यौन प्रदर्शन से डरता व चिंतित रहता है, वह स्तंभन दोष से प्रभावित हो सकता है। जिन लोगों को बहुत अधिक चिंताएं और अवसाद होता है, उनमें भी इरेक्शन संबंधी समस्याएं होने की संभावना बनी रहती है। दंपत्ति के बीच संबंधों के मुद्दे व अहम का टकराव भी हमेशा उन दोनों को परेशान करते हैं और यौन समस्याओं को जन्म देते हैं।

5. स्वास्थ्य संबंधी कुछ कारक:

स्वास्थ्य संबंधी कारक भी हमारे यौन जीवन से को प्रभावित करते हैं, जैसे अत्यधिक शराब का सेवन, धूम्रपान करना, शारीरिक गतिविधि में भाग न लेना, नींद की गोलियाँ और अधिक वजन हमेशा हमारे सामान्य व यौन स्वास्थ्य को असंतुलित करते हैं।

उपयुक्त सभी कारक हमेशा व्यक्ति को उसके पेनिले इरेक्शन को प्रभावित करते हैं। इस वजह से वह इरेक्टाइल डिसफंक्शन नामक सबसे खराब यौन समस्या से पीड़ित हो जाता है।

स्तंभन दोष के लिए गैर-सर्जिकल प्राकृतिक उपचार पद्धति:

यदि आप अपने जीवन से इस स्तंभन दोष की समस्या व शीघ्रपतन जैसी गुप्त रोगो से स्थायी रूप से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको अपनी यौन स्वास्थ्य देखभाल इकाई और दवा के चयन के बारे में हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

प्राकृतिक संसाधन और इसकी औषधियाँ हमेशा अच्छे स्वास्थ्य की पुनर्प्राप्ति का एक प्रामाणिक तरीका हैं। आयुर्वेद मेडिकेयर और इसके उपचार किसी भी प्रकार के गुप्त व यौन समस्या को खत्म करने में सक्षम सबसे प्रभावी और शक्तिशाली पद्धति है। हाँ, यह बात स्पष्ट है कि यहां रोगियों को इलाज के दौरान धैर्य रखने की जरूरत होती है क्योंकि यह शरीर को प्राकृतिक तरीके से रिपेयर कर स्वस्थ बनाता है।

डॉ. सुनील दुबे, जो एशिया के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट हैं, ने भारत में सवा चार लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का इलाज किया है। अधिकांश रोगियों ने इस प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और दुबे क्लिनिक की दवा के बाद अपनी समस्याएं को ठीक करने में कामयाब रहे हैं।

घरेलु तौर पर, वह स्तंभन दोष के रोगियों को नट्स, पालक, तरबूज, एवोकैडो, फल, जामुन, केला, ब्लू बेरी, अनाज, सैल्मन, बादाम, सेब, मछली, पीपर, दलिया और डार्क चॉकलेट जैसे प्राकृतिक स्वस्थ भोजन का उपयोग करने का सुझाव देते हैं। ये फल और प्राकृतिक खाद्य सामग्री उनके अच्छे इरेक्शन पाने में हमेशा मदद करती है।

अपने आयुर्वेदिक दवा व उपचार में, डॉ. सुनील दुबे अपने शोधित प्राकृतिक चिकित्सा का उपयोग करते है जो रोगियों के लिए रामबाण होता है। उनके प्राकृतिक दवाओं में मुख्य रूप से जड़ी-बूटी, रस-रसायन, भस्म, व घरेलु उपचार शामिल है। वह सभी रोगियों का इलाज उनके समस्या के अनुसार करते है जो मुख्य रूप से उनके शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सीय, व स्वास्थ्य-सम्बन्धी मुद्दे से सम्बंधित होते है। विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदा की चर्चा अमेरिका, दुबई, लंदन, व समस्त भारत वर्ष में होती है।

दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट ले और इलाज करवाए:

यदि आप गुप्त या यौन रोगी है और प्राकृतिक तरीके से अपना इलाज और दवा लेना चाहते हैं तो आपको दुबे क्लीनिक से संपर्क करना चाहिए। यह बिहार का पहला आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है जो सबसे विश्वसनीय और गुणवत्ता-अनुमोदित यौन स्वास्थ्य देखभाल इकाई है। इस क्लिनिक के गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे मरीजों का इलाज और परामर्श स्वयं करते हैं और उन्हें उनकी समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए हमेशा मदद करते है।

कॉल करें और अपॉइंटमेंट लें।  मरीज सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किसी भी समय इस क्लिनिक से संपर्क कर सकते हैं और अपना अपॉइंटमेंट ले सकते है।

शुभकामना सहित:

दुबे क्लिनिक

भारत में एक प्रमाणित क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | पीएच.डी. आयुर्वेद में (यूएसए)

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली चौराहा, पटना – 04

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586; +91 91555 55112

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