नमस्ते दोस्तों! हमेशा की भांति इस बार भी हम फिर से आपके साथ एक नए टॉपिक के साथ हाजिर। आज के विषय के बारे में बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि पुरुषो में होने वाले इरेक्शन को कैसे बेहतर बनाया जाए और शीघ्रपतन को कैसे प्रतिबंधित किया जाए। आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार वाकई में प्राकृतिक इलाज की पद्धति है लेकिन इस उपचार के अलावा, दैनिक व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव जैसी अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियाँ भी ज़रूरी हैं। एक स्वस्थ शरीर में ऊर्जा का सकारात्मक प्रवाह हमेशा देखा जाता है, जो व्यक्ति के औरा से पता चलता है।
हमारे आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे जो कि गुप्त व यौन रोग के विशेषज्ञ है, पहले ही यौन सहनशक्ति में सुधार के बारे में चर्चा कर चुके हैं जो स्तंभन दोष को कम करने, यौन सहनशक्ति बढ़ाने और यौन गतिविधि की समग्र गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है। वह विवाहित लोगों को फोरप्ले पर ध्यान केंद्रित करने, स्टार्ट-स्टॉप तकनीक आज़माने, चिंता और अवसाद को प्रबंधित करने, धूम्रपान छोड़ने, साथी के साथ खुलकर संवाद करने, रिश्तों से जुड़ी समस्याओं से बचने और नियमित व्यायाम व योग करने का सुझाव देते हैं।
आज यह विषय यौन फिटनेस पर आधारित हैं जो आपको इस यौन गतिविधि में मजबूती, सुदृढ़ता, व आत्मविश्वास प्रदान करेगा। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि एक व्यक्ति को यौन गतिविधि के दौरान 100-150 कैलोरी की खपत है, जिसमे शारीरिक ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। अच्छे यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, व्यक्ति को हमेशा अपनी शारीरिक व मानसिक फिटनेस का ध्यान रखना अति आवश्यक है। प्रतिदिन का कम से कम 20 से 30 मिनट का मध्यम व्यायाम व्यक्ति के रक्त परिसंचरण में नियमित करने मदद करता है और वजन के प्रबंधन में भी सहायता करता है। वॉकिंग या जॉगिंग और प्लैंक या पुशअप्स वर्कआउट हमारे शरीर को पूरी तरह से तरोताजा करने में मदद करते हैं। वास्तव में देखा जाय तो ऊर्जा का संचयन और नियमन व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य के लिए हमेशा मायने रखता है।
डॉ. सुनील दुबे, पटना के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट ने लोगो के अनुरोध पर कुछ यौन शब्दावली का अपने स्वयं कथन के विवरण प्रस्तुत किया है। आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार के समय, हमारी दिनचर्या हमेशा मायने रखती है कि हम क्या खाते हैं, हम अपने तनाव को कैसे प्रबंधित करते हैं और हम शारीरिक व मानसिक रूप से इस उपचार में कितना शामिल हैं।
यौन विकार व क्रिया की कुछ शब्दावली:
- यौन सहनशक्ति: यौन गतिविधि के दौरान लंबे समय तक सक्रिय रहने की क्षमता का होना।
- यौन कल्याण: यौन इच्छा और इरेक्शन या इरेक्टाइल फ़ंक्शन प्राप्त करने और बनाए रखने की क्षमता का होना।
- यौन शक्ति: शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक शक्ति का होना।
- यौन क्षमता: यौन क्रियाकलाप के दौरान महिला को संतुष्ट करने के लिए तैयार रहना।
- यौन नियंत्रण: सामान्य हृदय गति, नियमित श्वास, मांसपेशियों की गतिविधि, रक्त परिसंचरण, शारीरिक शक्ति, मनोवैज्ञानिक स्व-नियंत्रण और शरीर का लचीलापन।
- यौन ज्ञान: कामुकता, यौन अभिविन्यास और यौन क्रियाकलाप के बारे में ज्ञान।
- यौन विकार: उत्तेजना विकार, इच्छा विकार, दर्द विकार और संभोग विकार।
- यौन आवश्यकता: व्यक्ति दर व्यक्ति भिन्न-भिन्न होती है लेकिन गंतव्य एक ही है जो संभोग से सम्बंधित है।
- यौन इच्छा: कोई व्यक्ति अपने और किसी और के बीच यौन क्रियाकलाप चाहता है।
- यौन उत्तेजना: संभोग की तैयारी में या यौन उत्तेजनाओं के संपर्क में आने पर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाएँ।
- यौन दर्द: संभोग के दौरान दर्द, या डिस्पेर्यूनिया, यौन क्रियाकलाप से ठीक पहले, उसके दौरान या बाद में लगातार या आवर्ती दर्द का होना।
- संभोग: जननांगों या कामुक क्षेत्रों की उत्तेजना के बाद संभोग होता है। यह यौन उत्तेजना का चरम है और आनंद की तीव्र अनुभूति का कारण बनता है।
कुछ व्यायाम जो लोगों को यौन फिटनेस बनाए रखने में मदद करते हैं, वे निम्नलिखित हैं:
1. फोरआर्म बॉडी प्लैंक सॉ: यह कोर ताकत में सुधार, संतुलन और स्थिरता में सुधार करता है और मुद्रा में सुधार के लिए बहुत अच्छा व्यायाम है।
2. पुशअप्स: पुशअप्स व्यायाम हमारे मांसपेशियों में ताकत और उनकी सहनशक्ति का निर्माण करते हैं।
3. स्क्वाट्स: यह व्यायाम हमारे कंकाल को, मुख्य रूप से रीढ़ और निचले शरीर को मजबूती प्रदान करता है।
4. बारबेल हिप थ्रस्ट: अधिक पारंपरिक व्यायामों की तुलना में कूल्हे की एक्सटेंसर मांसपेशियों की अधिक सक्रियता का होना।
5. हेक्स बार डेडलिफ्ट: पैर और पीठ की ताकत बढ़ाएं और पीठ के निचले हिस्से पर तनाव को कम करें।
6. डंबल हैमर कर्ल: यह आपकी भुजाओं में द्रव्यमान को जोड़ने में मदद करता है, क्योंकि पकड़ की स्थिति अक्सर आपको भारी वजन उठाने की अनुमति देती है।
7. स्प्रिंट: स्प्रिंटिंग अंतराल आपको वसा हानि, हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशियों के निर्माण और धीरज पर बढ़त प्रदान करता है। इन सभी लाभों के पीछे एक पावरहाउस आपका चयापचय है, जिसे स्प्रिंटिंग अंतराल के कारण अतिरिक्त बढ़ावा मिलता है।
8. केटल बेल स्विंग: शरीर के पीछे के हिस्से में पोस्टीरियर चेन की मांसपेशियों को मजबूत करता है – जिसमें पीठ के निचले हिस्से, ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग शामिल हैं।
9. रनर लंज: घुटनों, क्वाड्स, ग्लूट्स और कूल्हों को मजबूत करता है और टखनों, पिंडलियों, हैमस्ट्रिंग, कूल्हे के फ्लेक्सर्स और कमर को खींचता है।
10. स्पाइडर-मैन स्ट्रेच: यह आपकी कमर की मांसपेशियों को खींचता है। यह आपके बाहरी हिप रोटेटर को ढीला करता है। यह आपके हिप फ्लेक्सन में सुधार करता है।
11. अपवर्ड फेसिंग डॉग: खिंचाव, मजबूती, लम्बाई: यह मुद्रा टखनों से लेकर सिर तक शरीर के अगले हिस्से को पूरा खिंचाव देती है। … लचीलापन और गति की सीमा: यह मुद्रा मांसपेशियों के सममित खिंचाव और संकुचन द्वारा शरीर के लचीलेपन को बढ़ाती है।
12. फिगर फोर: कूल्हे के जोड़ों और मांसपेशियों को खोलना, खास तौर पर आपकी पिरिफोर्मिस, जो तंग होने पर साइटिक तंत्रिका पर दबाव डाल सकती है और दर्द का कारण बन सकती है। अपने ग्लूटस मेडियस और भीतरी जांघों को खींचना। अपने कूल्हों और पीठ में तनाव को दूर करना। अपने कोर और हाथ की मांसपेशियों को सक्रिय करना।
13. पेल्विक फ्लोर: गर्भाशय, मूत्राशय और आंत्र (बड़ी आंत) के निचले हिस्से में मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। वे पुरुषों और महिलाओं दोनों की मदद कर सकते हैं जिन्हें मूत्र रिसाव या आंत्र नियंत्रण की समस्या है। पेल्विक फ्लोर मांसपेशी प्रशिक्षण अभ्यास ऐसा है जैसे आपको पेशाब करने का नाटक करना है और फिर उसे रोक कर रखना है।
14. केगेल व्यायाम: पैल्विक मांसपेशियों को मजबूत करता है, पैल्विक अंगों को सहारा देता है, और मूत्र, आंत्र और गैस के असंयम को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कामुकता या यौन इच्छा को प्रभावित करने वाले कारक:
डॉ. सुनील दुबे जो बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट है, कहते हैं कि ऐसे कई कारक हैं जो व्यक्तियों में यौन इच्छा को प्रभावित करते हैं। तनाव, बीमारी, उम्र का बढ़ना, करियर की चिंता, सामाजिक प्रतिबद्धताएँ, पारिवारिक ज़िम्मेदारी, इत्यादि व्यक्तियों की कामुकता को प्रभावित करने वाले कारक हो सकते हैं। कारण चाहे जो भी हो, भागीदारों के बीच यौन इच्छा में अंतर कभी-कभी अलगाव, निराशा, अस्वीकृति, नाराजगी और अन्य भावनाओं को जन्म दे सकता है। इस स्थिति में प्रकृति के अनुरूप अच्छा यौन स्वास्थ्य को बनाए रखना आवश्यक है।
बेहतर यौन स्वास्थ्य के लिए क्या करें:
एक पुरानी कहावत है कि स्वभाव और हस्ताक्षर कभी नहीं बदलते। हम वही बन जाते हैं जो हम सोचते हैं। सबसे पहले, स्वस्थ यौन जीवन जीने के लिए; लोगों को प्राकृतिक यौन गतिविधि और कार्यों को समझने की आवश्यकता है। उन्हें प्रकृति का अनुसरण करना होता है और प्राकृतिक चिकित्सा व उपचार अपनाना पड़ता है। जिस तरह शरीर को फिट रखने के लिए व्यायाम और संतुलित आहार की आवश्यकता होती है, उसी तरह अच्छे विचार और प्राकृतिक दिनचर्या हमें मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत बनाती है। अच्छे यौन स्वास्थ्य के लिए व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक, वैचारिक, व सामाजिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरुरी है।
गुप्त एवं यौन रोगों के इलाज के लिए दुबे क्लिनिक का महत्व:
जब भी हम बीमार पड़ते हैं तो डॉक्टर के पास जाते हैं और अपना इलाज करवाते हैं। यह एक आम बीमारी है जिसे हर कोई एक ही नज़रिए से देखता है। लेकिन जब भी हमें कोई गुप्त या यौन समस्या होती है तो हमारे मन में तरह-तरह के विचार आने लगते हैं। हम झिझकते हैं, शर्मिंदगी महसूस करते हैं और जितना हो सके अपने गुप्त व यौन समस्या को छिपाते हैं। गुप्त व यौन रोगियों की यह मानसिकता भले ही वास्तविक हो लेकिन भविष्य के सही नहीं है।
दुबे क्लिनिक भारत का सर्वाधिक मांग वाला विश्वसनीय आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है। यह बिहार का पहला आयुर्वेदिक क्लिनिक भी है जिसकी स्थापना सन 1965 में हुई थी। इस क्लिनिक की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार से लाखों गुप्त व यौन रोगी लाभान्वित होते हैं। यह क्लिनिक सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों की मदद करता है जो शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, मानसिक, चिकित्सा, हार्मोनल, स्वास्थ्य समस्याओं और अन्य कारणों से यौन रोग से प्रभावित हैं। यह क्लिनिक आयुर्वेदिक दवाओं और उपचारों के साथ-साथ रोगी के समस्या के अनुसार जीवन शैली में बदलाव व अच्छे स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी प्रदान करता है। दुबे क्लिनिक का यौन परामर्श और आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
शुभकामनाओं के साथ:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणिक क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच. (लंदन) | आयुर्वेद में पीएच.डी. (यू.एस.ए.)
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना – 04