
नमस्कार दोस्तों! आप सभी को देखकर एक बार फिर से अच्छा लगा। हमेशा की भांति, इस बार भी हम यहाँ एक ज्वलंत विषय लेकर आए हैं जो एक सेक्सोलॉजिस्ट उसके कार्य से संबंधित है। वास्तव में, सेक्सोलॉजिस्ट की भूमिका क्या है और इस यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से व्यक्ति को क्यों संपर्क करना चाहिए। दुबे क्लिनिक में आपका स्वागत है जो भारत का एक प्रमुख आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है।
सेक्सोलॉजिस्ट की भूमिका:
सेक्सोलॉजिस्ट एक पेशेवर या फिजिशियन की तरह होता है जो मानव जीवन में होने वाले कामुकता के अध्ययन और इसके विकार के उपचार में माहिर होता है। सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास मनोविज्ञान, चिकित्सा या परामर्श जैसे क्षेत्रों में पृष्ठभूमि हो होती है, और उनका काम विभिन्न प्रकार के यौन मुद्दों और चिंताओं पर केंद्रित करना होता है। विशिष्ट व सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट के पास यौन स्वास्थ्य, यौन चिकित्सा या परामर्श जैसे क्षेत्रों में उन्नत डिग्री या प्रमाणपत्र होता हैं और वे विभिन्न प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों को अपने विशिष्ट चिकित्सा संकाय की सहायता से उनका इलाज करते है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट हैं, कहते हैं कि एक सेक्सोलॉजिस्ट किसी भी गुप्त व यौन रोगी का इलाज कर सकता है जो शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और चिकित्सा कारणों से अपनी यौन समस्या से जूझ रहा है। वास्तव में, आयुर्वेद सभी दवाओं का आधार है और यहाँ एक अनुभवी आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट गुप्त व यौन रोगियों के उपचार और दवा में सबसे सफल चिकित्सक है। वह सभी गुप्त व यौन रोगियों को यौन परामर्श और स्वास्थ्य संबंधी मार्गदर्शन सहित उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए अपनी हर्बल और आयुर्वेदिक दवा प्रदान करते है।
सेक्सोलॉजिस्ट की विशेषज्ञता के प्रमुख क्षेत्र निम्नलिखित है:
1. यौन स्वास्थ्य और शिक्षा: सेक्सोलॉजिस्ट यौन शरीर रचना, प्रजनन स्वास्थ्य, यौन क्रियाकलाप और सुरक्षित यौन व्यवहार आदि के क्षेत्र में लोगो को शिक्षा प्रदान करते हैं। वे स्वस्थ यौन संबंधों और दृष्टिकोणों को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तियों या समूहों के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। वे किसी संस्था में शिक्षण यापन का कार्य भी करते है, जिससे कि लोगो में यौन स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता फैले।
2. गुप्त व यौन विकार: वे पुरुषों व महिलाओं में होने वाले गुप्त व यौन रोगों का निदान और उपचार करते हैं, जैसे कि घटा हुआ कामेच्छा, स्तंभन दोष (नपुंसकता), संभोग के दौरान दर्द का होना, शीघ्रपतन, प्रतिगामी व विलंबित स्खलन का होना, वैजिनल का सूखापन, वैजिनल का असमान्य श्राव, योनिजन्यता, आदि। रोगियों के उपचार विधियों में अक्सर चिकित्सा, व्यवहार तकनीक और दवा शामिल होती है। आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार के माध्यम से सभी सभी तरह के गुप्त व यौन रोगो का रामबाण इलाज संभव है।
3. रिश्तों संबंधी मुद्दे या तनाव: सेक्सोलॉजिस्ट शादी-शुदा जोड़ों या व्यक्तियों को अंतरंगता को प्रभावित करने वाले मुद्दों व समस्याओं, जैसे कि जोड़े के बीच बेमेल यौन इच्छाएँ व कामना, संचार संबंधी समस्याएँ या अतीत का यौन आघात आदि को संबोधित करने में मदद करते हैं। वे लोगो को उनके आकर्षण या इच्छा से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने व परेशानियों का होने पर उन्हें परामर्श भी देते हैं।
4. यौन अभिविन्यास और पहचान: एक विशेषज्ञ व अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट व्यक्तियों को उनके यौन अभिविन्यास, खुद की पहचान और उनके अभिव्यक्ति को समझने और तलाशने में भी सहायता करते है, पहचान के इन पहलुओं से संबंधित किसी भी चुनौती या बदलाव के माध्यम से उनकी सहायता प्रदान करते है।
5. यौन दुर्व्यवहार और अतीत का आघात: अनुभवी व विशिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट व्यक्तियों को उनके पिछले यौन आघात या दुर्व्यवहार से उबरने में मदद करने में विशेषज्ञ होते हैं, जो उनके विश्वास के पुनर्निर्माण, भावनात्मक दर्द का प्रबंधन करने और भविष्य में सकारात्मक यौन अनुभवों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित, परामर्श या चिकित्सा प्रदान करते हैं। जोड़े को यौन परामर्श इस तरह के घटना से उबरने में ज्यादा मददगार होते है।
6. यौन व्यवहार व तकनीक: वे विभिन्न प्रकार से यौन व्यवहारों व इसके तकनीकों का अध्ययन करते हैं और ऐसे व्यक्तियों या शादी-शुदा जोड़ों की मदद करते हैं जो अपनी यौन प्राथमिकताओं और अनुभवों के विभिन्न पहलुओं का सही-सही पता लगाना या समझना चाहते हैं। निश्चित ही, यह परामर्श उन लोगो के लिए फायदेमन्द होता है जो अपने यौन क्रिया में एक दूसरे का सहयोग नहीं कर रहे है।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के अभ्यास के तरीके:
एक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के अभ्यास के तरीके निम्नलिखित हैं:
• चिकित्सा–उपचार व परामर्श: आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट अपने चिकित्सा व उपचार व्यक्तिगत या युगल लोगो को प्रदान करते हैं, जिसमें संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (सीबीटी), माइंडफुलनेस-आधारित दृष्टिकोण, स्वास्थ्य-संबंधी मुद्दों और अन्य चिकित्सीय तकनीकें शामिल होते हैं, ताकि लोगो को उनके यौन कठिनाइयों का सही-सही समाधान व मदद मिल सके। आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार शीर्ष पर है क्योकि यह उपचार की प्राकृतिक प्रणाली का अनुसरण करती है।
• यौन शिक्षा व समझ: सेक्सोलॉजिस्ट यौन स्वास्थ्य, सुरक्षित प्रथाओं और अंतरंगता की समझ को विकसित व बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक कार्यशालाएँ, सेमिनार या संसाधन भी प्रदान करते हैं। वास्तव में, गुप्त व यौन रोगियों की संख्या में वृद्वि का मुख्य कारण यौन शिक्षा का अभाव, व्यक्ति की मानसिकता, परिवेश, व समाज का दायित्व हमेशा मायने रखते है। वे लोगो को उनके शारीरिक यौन स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए कार्य करते है।
• अनुसंधान: कुछ सीनियर व अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर शोधकर्ता भी होते हैं जो मानव कामुकता की वैज्ञानिक समझ में योगदान देते हैं, अक्सर वे यौन व्यवहार, स्वास्थ्य या सामाजिक मुद्दों से संबंधित अकादमिक पत्रिकाओं में अध्ययन प्रकाशित करते हैं। भारत में विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे एक उच्च-कोटि के सीनियर आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है जिनका अक्सर, न्यूज़ पेपर में आर्टिकल का प्रकाशन देखा जा सकता है।
सेक्सोलॉजिस्ट के प्रशिक्षण और प्रमाण-पत्र:
बहुत सारे लोगो ने दुबे क्लिनिक से प्रश्न पूछा है कि एक सेक्सोलॉजिस्ट में क्या योग्यता होती है। निश्चित ही, यह लेख उनलोगो के लिए फायदेमंद होगी। सेक्सोलॉजिस्ट बनने के लिए, व्यक्तियों को आमतौर पर मनोविज्ञान, चिकित्सा, नर्सिंग या सामाजिक कार्य जैसे क्षेत्रों में मजबूत पृष्ठभूमि की आवश्यकता होती है। कुछ लोगों के पास मान्यता प्राप्त संगठनों व संस्थाओ से विशेष प्रमाणपत्र भी हो सकते हैं।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टरों में से एक हैं, कहते हैं कि एक सेक्सोलॉजिस्ट को कामुकता अध्ययन, सामाजिक कार्य, मानव यौन कार्य और शिथिलता, सेक्सोलॉजी अध्ययन और चिकित्सा विज्ञान में विशेषज्ञ होना चाहिए। प्रमाणपत्रों के लिए अक्सर यौन स्वास्थ्य में अतिरिक्त प्रशिक्षण और पर्यवेक्षित नैदानिक अभ्यास की आवश्यकता होती है।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से कब मिलें:
इस सवाल पर कि व्यक्ति को सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से कब मिलना चाहिए? डॉ. सुनील दुबे जो कि पिछले 35 वर्षो से बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर बताते है कि व्यक्ति को उसके यौन क्रिया व व्यवहार में शिथिलता आती है तो वे सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह ले सकते है। मुख्य रूप से, किसी व्यक्ति के यौन कार्य में शिथिलता उसके विचार, उत्तेजना, ओर्गास्म, और दर्द के कारण आती है। शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, जीवनशैली, चिकित्सा, व अनवांशिक कारक व्यक्ति में गुप्त व यौन विकार के कारक है। निम्नलिखित परिस्थितियों में व्यक्ति सेक्सोलॉजिस्ट की मदद ले सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- उत्तेजना या संभोग सुख प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई होना।
- यौन इच्छा या आवृत्ति से जुड़ी समस्याएँ का होना।
- यौन पहचान या अभिविन्यास के बारे में चिंताएँ का होना।
- रिश्तों में यौन संचार या अंतरंगता की समस्याएँ का होना।
- यौन स्वास्थ्य पर आघात या दुर्व्यवहार का प्रभाव का होना।
- प्रजनन स्वास्थ्य और परिवार नियोजन के बारे में प्रश्न करना।
सेक्सोलॉजिस्ट अपने लोगो के लिए उनके यौन स्वास्थ्य और चिंताओं पर चर्चा करने के लिए एक सुरक्षित, गैर-आलोचनात्मक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं, जिससे अंततः लोगों को अधिक स्वस्थ, अधिक संतोषजनक यौन जीवन प्राप्त करने में मदद मिलती है।
अधिक जानकारी के लिए, सम्पर्क करे:
दुबे क्लिनिक
भारत का प्रमाणित आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच. (लंदन) | पीएच.डी. आयुर्वेद में (यूएसए)
!!!हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586!!!
पता: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना – 04